mulayam singh yadav – 82 साल की आयु में मुलायम सिंह यादव ने ली आखिरी सास

mulayam singh yadav- समाजवादी पार्टी के जन्मदाता और पुर्व मुख्यमंत्री माननीय मुलायम सिंह यादव जी का आज मेदाता अस्पताल नेता जी ने आखिरी सास ली, मुलायम सिंह यादव लम्बे समय से यूरिन संक्रमण से परेशान थे एवं ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी, अतिम दिनों में मुलायम सिंह यादव को सास लेने मं काफी दिक्कत का सामान करना पड रहा था जिस कारण इनको अस्पताल में भर्ती किया गया । लम्बे समय अस्पताल में बिताने के बाद सोमवार को अस्पताल मं ही इन्होने आखरी सास ली

शनिवार से हालात सही नही थे


मुलायम जी तबीयत शनिवार से ही काफी नाजूक थी और लागतार डाक्टर उनको ठीक करने मं लगे थे रविवार की शाम तक उनको आराम मिल गया था लेकिन सुबह तक काफी तबीयत खराब हो गई थी जिस कारण उनको आई0सी0यू में भर्ती करना पडा और बाद में इन्होने वही पर आखिरी सास ली

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बडे बडे नेता पहुचे थे अस्पात में सेहत का जायजा लेने के लिए


मुलायम सिंह यादव की तबीयत जब से खराब हुई थी तो बडे राजनैतिक पार्टीयों से ताल्लुक रखने वाले लोगो हर रोज उनकी सेहत का जायजा लेने के लिए पहुचते थे शनिवार का राज भैया और आप पार्टी के सासद अजय सिंह भी उनसे मुलाकात कि और उनके सेहत के बार में हाल चाल लिया, इसके अलावा श्रम कल्याण मत्री मुनील भराल ने भी अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और उनका हाल चाल पुछा था

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एक लम्बा राजनैतिक करियर रहा मुलायम सिंह का


mulayam singh yadav – जब भी सपा सरकार का नाम लिया जायेगा मुलायम सिंह का नाम अपने आप ही आयेगा मुलाय सिंह का जन्ता 22 नवम्बर 1939 में इटावा के सैफई गाव मे हुआ था किसान परिवार के बेटे मुलायम सिंह बचपन से राजनैतिक विचार धारा रखते थे 1960 में मुलायम सिंह पहली बार राजनीति में कदम में कार्याकर्ता के रुप में शुरु किया

1967 में इनको पहली बार विधानसभा चुनाव जीते, मेम्बर आफ पालयमेन्ट बने,फिर 1975 में वह जेल गये, 1997 में उत्तर प्रदेश के पहली बार मंन्त्री बने, 1980 में वो लोकदल का अध्यक्ष पद सभाला 1985 में जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष के रुप में काम किया,

1992 में इन्होने समाजवादी पार्टी की स्थापना की, 1993 में वो भजपा सरकार के साथ गठबन्धन करके सरकार बनाई और मुख्यमंत्री बनें, मुलायम सिंह दो बार मुख्यमंत्री बने थे और दोनो ही बार वो 5 साल का कार्यकाल पुरा नही कर सकें दोनो बार सरकार गिर गई। मुलायम सिंह यादव अपने समय में 8 बार विधायक और 7 बार लोकसभा सांसद भी चुने गये थे