भूत की कहानी | रोंगटे खड़े कर देने वाली भूत की कहानी 2022 | भूत की डरावनी कहानी हिंदी में

भूत की कहानी

भूत की कहानी – भूत शब्द जितना छोटा है उसका मतलब उतना ही जटिल और कठिन है आज के समय लोग भूत की कहानी विश्वास नहीं करतेे हैं और इसे अंधविश्वास का नाम देते हैं लेकिन कहीं ना कहीं इनकाा अस्तित्व आज भी जिंदा है पेश है भूत की कहानी मेरे एक छोटे से गांव जो उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में पड़ता है

हम लोग अपने गांव से 360 किलोमीटर दूर एक शहर कानपुर में रहा करते थे और गर्मियों की छुट्टियों के दौरान अपने गांव में जाया करते थे, गांव में हमारे दादा और चाचा रहा करते थे हमारी पढ़ाई लिखाई सारी शहर में होती थी और गांव कभी कबार जाना होता था, हमारे चाचा के बेटे की शादी थी इसे कारण पहली बार हम लोग गांव में 3 महीने रहने गए थे और हमारे मामा का लड़का जो की शादी के सिलसिले में हमारे यहां आया हुआ था

वह भी हम लोग के साथ ही रह रहा था हमलोग आक्सर गांव में इधर-उधर घूमने जाया करते थे, हमारे चाचा और पापा हमें अपने गांव के पास एक बाग में रात को जाने से हमेशा मना करते थे इसके पीछे का कारण उस बाग में चुड़ैल का होना था जो कि गांव की एक लड़की थी और आम के पेड़ से गिरने पर उसकी मौत हो गई थी और जिसके कारण रात में बाग़ के पास जाने की की हिम्मत नहीं होती थी

मैं और मेरे मामा का लड़का दोनों 14, 15 साल के थे और अक्सर दिन के समय बाग़ में जाया करते थे, बाग़ में कई सारे आम और अमरूद के पेड़ थे और हम लोग आम खाने के लिए बाग में जाया करते थे और वहां पर बैठकर आम के गिरने का इंतजार करते थे जब हम गिरता था तो हम लोग उसे उठाकर खाने लगते थे और यह हमारा दैनिक की दिनचर्या हो गई थी हम लोग रोज आम खाने के लिए बाग में जाते थे उसी समय की बात है कि

एक दिन हम लोग आम खाने के लिए बाग में गए लेकिन बाग में का पहले स ही काफी गांव वाले थे जो कि आम बिनने के लिए आए थे, और उस दिन हम लोग एक आम भी नसीब नहीं हुआ पूरा दिन गुजर गया लेकिन गांव वालो के चक्कर में हम लोग को एक आम भी नहीं मिला

भूत की कहानी

चाचा और पापा शादी के कार्यों में व्यस्त होने के कारण हम लोग के लिए आम तोड़ नहीं सकते थे जिसके कारण हम लोग उदास थे उस दिन उसी रात को काफी बारिश हुई और हवा भी चल रही थी फिर मैंने और मेरे मामा के लड़के ने एक दूसरे से बात की और हम लोग ने कहा कि हम बाग में सबसे पहले जाएंगे और हमने फैसला किया कि हम बाग में 3:30 बजे ही जाएंगे और सारे आम को गांव वालों से पहले ही बिन के ले आएंगे,

आम की लालसा के कारण हम लोग को पूरी रात नींद नहीं आई और चुड़ैल वाली बात हम लोग के दिमाग से ही निकल गई और हम लोग घड़ी का इंतजार करते रहे जैसे ही 3:00 बजा तुम दोनों अपनी अपनी चप्पल पहनकर धीरे से आम की बाग की तरफ बढ़े हमारे घर से उस बाग की दूरी करीब आधे किलोमीटर तक थी और आम का बाग गांव के बीचो-बीच था,

धीरे-धीरे हम लोग बाग के करीब बढ़ने लगे और जैसे ही हम लोग बाग के अंदर घुसे एक अजीब सा सन्नाटा हम लोग को महसूस हुआ ऐसा लग रहा था जैसे यहां पर सालों से कोई नहीं आया हो और हम लोग की पैरों की आहट भी हम लोग को सुनाई दे रही थी इतनी शांति थी वहां पर,

हम लोग बाग के किनारे ही थे तभी मेरे मामा के लड़के ने अपने हाथ में टॉर्च जलाई और जमीन के नीचे की तरफ देता वहां पर ढेर सारे आम पड़े थे तो मैंने उठकर साथ में लाए थैले में भरना चालू किया और कुछ ही देर में हमारे पास 10-12 आम इक्खते हो गए,

आमो की लालसा हम लोग हो बाग के बीचो बीच ले जाने पर विवश कर दिया, बाग के बीच पर जाने पर हम लोग को और भी आम मिले जिसे उन्होंने लगातार झोली में रखना चालू कर दिया अभी तक कोई किसी तरह का डर हम लोग को महसूस नहीं हुआ था और हम लोग आम बिनने की खुशी में इतना व्यस्त थे कि और किसी चीज पर ध्यान ही नहीं दे रहे थे,

लेकिन अचानक से हमारे भाई तरफ से कुछ पायल की

आवाज सुनने को मिली हमें लगा कुछ औरतें दैनिक क्रिया के लिए निकली है,लेकिन बार-बार एक ही जगह से आवाज सुनाई देने पर मेरे मामा के लड़के ने धीरे से उस तरफ टॉर्च जलाई लेकिन सामने कुछ भी नहीं दिखा फिर हम लोग आम बिनने में व्यस्त हो गए थोड़ी देर बाद वह पायल की आवाज और तेज हो गई ऐसा लग रहा था कि कोई हमारी तरफ चल कर आ रहा हो लेकिन टॉर्च जलाने पर कुछ भी नहीं दिख रहा था धीरे धीरे वह पायल की आवाज तेज होने लगी, फिर हमें अब हमे थोड़ा डर लगना महसूस हो रहा था फिर अचानक से वह पायल की आवाज तेजी से एक पेड़ के नीचे से ऊपर तक जैसे कोई पेड़ पर चढ़ा हो ऐसा महसूस हुआ

हमने ऊपर पेड़ पर टोर्च जलाई लेकिन हमें कुछ भी नहीं दिखा, हम लोग बहुत ज्यादा डर गए थे अब धीरे-धीरे हम लोग घर की तरफ निकल रहे थे क्योंकि हम लोग बाग के बीचो बीच आ गए थे और आंधी पानी की वजह से कीचड़ कीचड़ था इस वजह से हम दौड़ भी नहीं सकते थे

हम लोग धीरे-धीरे बाग से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे और वह पायल की आवाज और पेड़ों पेड़ों सुनाई दे रही थी और हम लोग को डर के मारे बहुत बुरा हाल हो गया था हम लोग बस मना रहे थे कि जैसे तैसे इस बाग के बाहर निकल जाएं मेरे मामा का लड़का बहुत बहादुर था उसने एक पत्थर उठाकर पेड़ों की तरफ मारा जिस तरफ से पायल की आवाज आ रही थी थोड़ी देर के लिए पायल की आवाज आनी बंद हो गई फिर हम लोग तेजी से चलने लगे घर की तरफ लेकिन फिर पायल की आवाज हमें दोबारा सुनाई देने लगी

अब हम लोग बस बाग को पार ही करने वाले होते हैं तब से मेरे मामा के लड़के को अंधेरे में कुछ दिखाई देता है मैंने पूछता हूं कि क्या दिखाई दिया तो उसके मुंह से आवाज नहीं निकल पाती है और टॉर्च जमीन पर गिर जाता है यह सब देख कर मैं बहुत ज्यादा डर जाता हूं और अपने घर की तरफ भागना चालू कर देता हूं मेरे मामा का लड़का वहीं बेहोश हो गया था

और मैं अपने घर भाग आया घर आते ही मैंने पापा और चाचा को उठाया और पूरी बात बताएं और वह लोग तुरंत मेरे साथ बाग की तरफ भाग चलें जहां पर मेरे मामा का लड़का बेहोश पड़ा था उसको उठाया गया और घर लेकर आया गया और होश में आने पर वह कुछ बताने में असमर्थ था और काफी दिनों तक वह भी बीमार रहा उसने क्या देखा काफी दिनों तक राज रहा और आज भी जब उस रात की बात हम लोग करते हैं तो वह डर जाता है, इस घटना के बाद मेरे मामा का लड़का 3 महीने तक बीमार रहा और उसका इलाज चलता रहा

वर्तमान में वह ठीक ही स्थिति में है इस घटना के 2 साल बाद वो मुझे वह मिला था तो मैंने उससे यह चीज दोबारा पूछी थी तो उसने मुझे बताया कि मैंने वहां पर एक लड़की देखी थी जिसकी आंखें पूरी सबसे थी और मुंह में कुछ भी नहीं था मुंह के अंदर काला काला था कुछ और कपड़े एकदम फटे पुराने से लग रहे थे और बाल पुरे बिखरे हुए थे की कल्पना करने मात्र से ही मेरी हालत खराब हो गई थी और दोबारा मैंने उस बाग में कभी नहीं गया

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कच्ची सड़क वाली भूतनी की भूत की कहानी | भूत की कहानी

भूत की कहानी – हमारा मित्र जिसका नाम अंकुर था उनके पिताजी अपने जमाने की बात बताते हैं जब शहर भी गांव जैसा ही था सारे जंगल नुमा जगाहे थी इतनी सड़क और मकान नहीं बने हुए थे और वह मुजफ्फरपुर गांव से रहने वाले थे और काम के सिलसिले में उन्नाव आए थे नई नई नौकरी के कारण वह घंटों काम करते थे उनके काम की टाइमिंग 10:00 से 8:00 थी और कभी-कभी ओवरटाइम भी किया करते थे एक बरसात की बात है जब वह अपने काम कर रहे थे

तब उनकी छुट्टी के समय काफी तेज बारिश हो रही थी जिस कारण वह नहीं निकल पाए और अपने मिल में 12:00 बजे तक फसे रहे उस समय कोई टेंपो और बाकी संसाधन ना होने के कारण उनको पैदल ही अपने घर जाना पड़ा घर उनके यहां से ज्यादा दूर नहीं था लेकिन यह रास्ता और यह शहर उनके लिए नया था उन्हें अपने घर जाने का रास्ता पता था उनके घर जाने के दो रास्ते थे

एक जंगल के पीछे की तरफ से था और एक जंगल के बगल से गुजरता था और इतिफाक से जंगल के पीछे वाले रास्ते पर काफी पानी भर गया था जिस कारण उस रास्ते से जाना संभव नहीं था जिस कारण जंगल के बगल वाले रास्ते से गुजरने की सोच लिया

लेकिन उनको यह नहीं पता था आगे उनके साथ क्या होने वाला है वह धीरे धीरे रास्ते की तरफ बढ़ने लगे टॉर्च ना होने के कारण वह अंदाजे से धीरे-धीरे कदम रख रहे थे मिट्टी सारी गीली थी और रोड पुरानी तरक्की ईटों की बनी हुई थी, दिनभर मिल में मेहनत करने करने के कारण वो बहाउट थक गए थे वह जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहते थे

इसके लिए तेजी तेजी से आगे बढ़ रहे थे लेकिन अचानक से उनको पीछे से कोई चलने की आवाज सुनाई दी उन्हें डर के मारे पीछे नहीं देखा और अपने कदम तेज कर लिया इसके बाद उन्होंने थोड़ी देर बाद हिम्मत करके पीछे पलट कर देखा तो एक औरत सफेद साड़ी और लाल बिंदी लगाकर उनके पीछे आ रही है यह देख कर उन्हें लगा कि कोई औरत है जो अपने घर जा रही हो और उसे देख कर उनको थोड़ा कॉन्फिडेंस आया और और निश्चिंत होकर चलने लगे लेकिन उन्होंने देखा कि धीरे-धीरे वह औरत उनके पास आ रही है

जिसे देखकर वह काफी डर गया और समझ गए कि यह कोई इंसान नहीं है फिर धीरे-धीरे उन्होंने अपनी रफ्तार बढ़ाई और फिर उन्होंने पीछे पलट के देखा कि जितनी तेज से वह चल रहे हैं उतनी तेजी से ही वह औरत भी चल रही है,

इसे देखकर वह काफी डर गए और तेजी से दौड़ने लगे और पलट के देखने पर उनसे बराबरी दौड़ रही थी फिर कुछ देर दौड़ने के बाद वो एकदम से उनके सामने आ गई और बड़ा सा मुंह खोला और अपनी सफेद सफेद आंखों को दिखा कर उनको डरा दिया जिसको देखकर उसके पिताजी वहीं पर बेहोश ही गए सुबह कुछ लोगों ने उनको उनके घर पहुंचाया इसके बाद वह काफी दिनों तक बीमार रहे

और उस औरत की कहानी जब हम लोग को बता रहे थे तो उनके चेहरे पर वह डर साफ नजर आ रहा था, बताया था कि वह औरत सफेद साड़ी में लाल बिंदी लगाए हुए थी और उसकी आंखें पूरी तरह सफेद और दांत बड़े थे उसका मुंह पूरा खुल जाता था

हम जरूर आशा करते हैं कि यह कहानी आपको जरूर पसंद आई होगी हमारी कहानी या फिर इस आर्टिकल को लेकर कोई भी सुझाव है तो मैं नीचे कमेंट करके जरूर बताएं

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